Fun side of staying at home these days.
वो क्या है ना,
आजकल सुबह भी देर से होती है,
और दिन भर सिर्फ बाते होती है.
नजाने कितनी बार चाय और कॉफ़ी उफनती है,
चुहलें की आग मुश्किल से बुझती है.
सारे किरदार टी-शर्ट और ट्रैक पैन्ट्स में दिखते है,
पासे आजकल हर घर में गिरते है,
बड़े भी हार में बच्चो से झगड़ते है,
और हाँ, सोशल मीडिया में रोज़ नए ट्रेंड्स निकलते है.
घरो में रहना सबको काट रहा है,
पर सच बोले तो आलस से उठा नहीं जा रहा है,
माहौल तंग है, समझ आ रहा है,
पर घर रहके तू अपना फ़र्ज़ निभा रहा है.
वो क्या है ना,
वर्क फ्रॉम होम में नेटवर्क वैसे तो ख़राब है,
पर नेटफ्लिक्स में सब समझ आरहा है.
ऑफिस के वीडियो कॉल्स नहीं हो पारही,
पर दोस्तों से घंटो बातें किया जा रहा है.
पर ठीक है, थोड़ी मस्ती तो बनती है,
इतनी छुट्टी तो स्कूल में भी नहीं मिलती है,
और जब तक चीज़े वापिस ठीक नहीं होती है,
घर पे रहो, बस इतनी सी बिनती है.
घर पे हो ना?